बुधवार, 27 नवंबर 2019

बतकोट्या नौ किले?

Image by Peggy und Marco Lachmann-Anke from Pixabay


मि थे बात लगाण बौत पसंद च। इदग़ा पसंद की मेरु बड़ू भेय (बब्बू भैया) कई बार बुल्दु छौ कि कद्गा बट्कोट्ट्या छे रहे तू। ये वास्ता जब गढ़वळि मा ब्लॉग बणाणो विचार आई त यू ही शीर्षक दिमाग मा सबसे पहली आई।
त यू च ब्लोगो नामु कु रहस्य। हाँ, हाँ जण दु छौं। इन कुई भरी कथा नि च पर ये नौ का पिछने एक और प्रेरणा च। 

वु क्या च मिथे आर के नारायणे थे पढ़णु बेहद पसंद च। ऊँ कु एक किरदार च जैथे वु The talkative man ब्वलदन। जब भी मि वे का बारा मा पढ़दु छौ तब मि थे इनी लगदु छौ कि मि अपनी ही कहानी पढ़णु छौं। किले कि मि भी एक टॉकेटिव मनिख छूँ। त यू भी एक कारण च ये नौ कु।The talkative Man जब अंग्रेजी बटी फाल मारि कि गढ़वळि मा आई त बट्कोट्या बण ग्यायी।   

अब किले कि ब्लॉगो नौ बट्कोट्ट्या च त ये मा मेरी छुई बात ही रैली। के भी विषय म यू बात ह्वे सकदी। उम्मीद च आप लोग भी आला अर यूँ बातों आनंद ले ला।

चला जि फिर मिललु। तब तक दाल भात सपोड़ा अर चाय गुड़ खावा। 

नमस्कार। 

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