शनिवार, 25 जुलाई 2020

लालचा कारण ही ज्यादा धोखा होंदन, सावधानि ही बचाव च



Image by Anand Kumar from Pixabay

क्सर यह देखण मा अयूँ च कि व्यक्ति का अंदर कम से कम बक्त मा ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाणे चाहत होंद। शायद यह लालच मानव प्रकृति ही च। फिर व्यक्ति पढ्यूँ  लिख्यूँ हो या अनपढ़ ये से फरक नि पड़दू।  अक्सर ये चाहत थे ही ठग फिर ऊँथे ठगण मा प्रयोग करदन। 

पौड़ी मा आजकल एक मामला समणि आई। इन ह्वाई कि एक व्यक्तिन कई लोगों थे ज्यादा ब्याज देणों लालच द्याई। ज्यादा ब्याज देणों लालच देकि वु ऊँ बटी आर डीs नौ लेकि पैसा लेणु रयाई। अब जब लोगों न पैसा वापिस माँगी त वेना पैलि बात इना उना कन्ने कोशिश करी अर फिर कुछ दिनों खुणि  गायब ह्वे ग्यायी। कुछ दिनों बाद वह वापस आई अर फिर जब लोगोन पैसा वापिस माँगी त वेना हाथ खड़ा कर देन। अब वु लोग पुलिसा पास गया छन। पुलिस अपणि जगतप्रसिद्ध कार्यवाही कन्नी च।

खबर अमर उजाला अखबार मा अईं च। खबर आप निम्न लिंक मा जैकि पढ़ सकदां। 


यु कुई पैली बार नि होणु च। एलआईसीs नौ पर, इन्सुरेंसा नौ पर,लौटरीs नौ पर, कम्पनी का निवेशा नौ पर इन काम होंदु रैंदु। अक्सर लोग इन खबर त पढ़दन पर सबथे लगदु कि इन हमारा दगडि नि ह्वे सकदु। फिर लालचा कारण भी आँखियो मा पट्टी बंद जान्द। लोग लालच मा एकी पैसा निवेश कर देंदन अर फिर बाद मा हाथ मल्द रै जान्दन। 

अक्सर इन स्कीमों बारा मा लोगु थें वूं का जानकार ही बतंदन। यूँ जानकारो मा लोगों थे विश्वास होंदु अर यु विश्वास ही ऊँ थे फिर ले डुबदू। इन कई मामला मेरा समणि हुया छन। कई बार त यु जानकार लोग खुद ही इन स्कीमो मा फँस्या रहनदन। कॉलेज मा मेरा दगड़ी का छात्र स्पीक एशिया नौ की कम्पनी दगड़ी जुड्या छा। खुद भी मेम्बर छा अर अपणा साथा कई लोगों थे ऊँन मेम्बर बनाई। बाद मा कम्पनी पैसा लेकि चम्पत ह्वे ग्याई। कई लोगु का पैसा डुबिन। कई बार लोगोन मिथे भि शामिल कन्ने कोशिश करि पर फिर जब मिन थ्वड़ा बहुत सवाल ऊँ थे पुछिन त वु कुई  ढंग कु जवाब नि दे सकिन। येका बाद मिन पैसा नि देन अर मि बच ग्यों। 

यख मेरु ब्वलणों  मतलब यु च कि जब भी आपा पास इन मौका आलू त पूरी जानकारी हासिल कन्ना बाद ही अपनी मेहनते कमै कैका हाथ मा धरयाँ। निवेश अच्छी चीज च लेकिन तबी जब वु ढंग की जगह मा होणु च। इन नि करला त अगलि खबर आप भी बन सकदां। बात साधारण जरूर च पर जै संख्या मा इन खबर अखबार मा दिखाई देंदन वे थे देखिकी लगदु नि कि ज्यादा लोगों थे यह साधारण बात समझ आंदि च। ये वास्ता याद रख्या सावधानि ही बचाव च।

© विकास नैनवाल अंजान

2 टिप्‍पणियां:

  1. कम बक्त मा ज्यादा कमाणक लालच या फ्री फण्ट मा कुछ पाणक इच्छा जु रखदन वी धोखा खदन...मेहनत क रो सावधान ह्वैकि सुन्दर सीख और सच्ची चेतावनी दीणा बढिया पोस्ट।

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